बैंक खातों से पैसा निकासी! डुप्लिकेट फिंगरप्रिंट को आधार से जोड़ कर

बैंक खातों से पैसा निकासी! डुप्लिकेट फिंगरप्रिंट को आधार से जोड़ कर

Withdrawal of money from bank accounts

Withdrawal of money from bank accounts

(अर्थप्रकाश/बोम्मा रेङड्डी),

• -  ग्राहक सेवा बिंदुओं पर उन उंगलियों के निशानों को स्कैन करें

• -  देश भर में 416 बैंक खातों से नकदी प्रवाह

• -  पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार.

• - वाईएसआर जिला एसपी ने किया खुलासा

अमरावती :: (आंध्र प्रदेश) Withdrawal of money from bank accounts: राज्य के कडप्पा शहरी: वाईएसआर जिला पुलिस ने पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो आधार कार्ड से जुड़े फिंगरप्रिंट की नकल कर रहे थे और उनके बैंक खातों से पैसे निकाल रहे थे। आरोपियों में प्रकाशम जिले के नल्लागल्ला वेन कटेश, मल्याद्री मल्ला अजय, गुंटूर के गंता कल्याण, शेख जॉनी और पलनाडु जिले के विनुकोंडा के कलालुलेटी गोपी शामिल हैं। जिले के एसपी केकेएन अंबुराजन ने बुधवार को मीडिया के सामने इसका खुलासा किया। कडप्पा शहर के शंकरैया ने पिछले साल दिसंबर में अपना एस.बी.आई

कडप्पा पुलिस

इसलिए उनके खातों में पैसे ट्रांसफर करें hb

वाईएसआर जिला एसपी केकेएन अंबुराजन ने साइबर अपराध के आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी

कडप्पा साइबर अपराध कार्यालय में बैंक खाते से 5,500 रुपये निकाले जाने की शिकायत दर्ज होने के बाद राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल में शिकायत दर्ज की गई। इसी बीच इसी महीने की 15 तारीख को एक शख्स ने व्हाट्सएप और इंटरनेट कॉल के जरिए शंकरैया को फोन किया और कहा, 'आपकी शिकायत के कारण मेरा अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है. उसने धमकी दी कि अगर कल तक मेरा अकाउंट डिलीट नहीं किया गया तो वह मुझे जान से मार देगा। पीड़िता द्वारा कडप्पा चिन्नाचौक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। वाईएसआर जिला एसपी केकेएन अंबू राजन के आदेश पर जिला अतिरिक्त एसपी तुशा रदुदी के निर्देशन में विशेष टीमें नियुक्त की गईं और जांच की गई।

इस अपराध में पुलिस ने पाया कि आधार इनेबल्ड सिस्टम (एईपीएस) 5 के माध्यम से वादी ने फर्जी बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट) बनाया और उनकी मदद से ग्राहक सेवा बिंदुओं (बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स) पर बायोमेट्रिक डिवाइस को स्कैन किया और रुपये की निकासी की। जिस बैंक खाते से वादी का आधार कार्ड लिंक किया गया था, उससे 5,500 रु. तकनीक के जरिए पता चला कि जिस जगह से नकदी निकाली गई थी वह कडप्पा शहर में थी। संदिग्धों के फोन नंबर भी ट्रैक करें। आरोपियों को ओल्ड बाइपास से गिरफ्तार किया गया। निंदी टुल्लो वेंकटेश (बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट) काले बाजार के माध्यम से एपी और तेलंगाना के लोगों की उंगलियों के निशान, आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण एकत्र करता था और आरोपियों की मदद से पीड़ितों के बैंक खातों से नकदी को अपने खातों में स्थानांतरित करता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, चार सेलफोन और अपराध उपकरण जब्त किए हैं। आरोपियों के खिलाफ 45 एफएसआईआर, 412 (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) एनसीआरपी याचिकाएं दर्ज की गई हैं और देश में कुल 416 पीड़ितों की पहचान की गई है।

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